Menu
paramilitery forces appoint in kedarnath

बद्री – केदारधाम में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़: चारधाम यात्रा 2025 के दौरान सुरक्षा बलों की तैनाती

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2025 के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। केदारनाथ धाम में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाकर 350 कर दी गई है, जबकि पूरे चारधाम यात्रा मार्ग पर 15 कंपनियों की पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है।

गृह सचिव शैलेश बगौली ने बताया कि उत्तराखंड के सभी संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा को पुख्ता किया जा रहा है। सरकार ने डीजीपी को संवेदनशील स्थानों को नए सिरे से चिह्नित करते हुए वहां पुलिस फोर्स और खुफिया निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

चारधाम यात्रा के दौरान अब तक सवा दो लाख तीर्थयात्रियों ने बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन किए हैं। इनमें से डेढ़ लाख यात्री केदारनाथ मंदिर पहुंचे हैं। तीर्थयात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि बदरीनाथ और केदारनाथ में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया।

तीर्थयात्रियों से अनुरोध है कि वे यात्रा के दौरान सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के ये प्रयास तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किए गए हैं।

केदारनाथ धाम में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़: पैरामिलिट्री बलों की तैनाती के पीछे के कारण

चारधाम यात्रा 2025 के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ धाम में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया है। इसमें पैरामिलिट्री बलों की तैनाती भी शामिल है। इस निर्णय के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं:

केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा निलंबित: उत्तरकाशी हादसे ने उठाए सुरक्षा पर सवाल

1. तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या

2024 में, केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता महसूस हुई। इस बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

2. मंदिर परिसर की सुरक्षा

भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए उत्तराखंड में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। केदारनाथ मंदिर परिसर में अब सुरक्षा को और मजबूत करते हुए कुल 350 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है। वहीं, चारधाम यात्रा और अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पैरामिलिट्री की 15 कंपनियों को तैनात किया गया है।

3. पुनर्निर्माण कार्यों की निगरानी

केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पैरामिलिट्री बलों की तैनाती की गई है। यह सुनिश्चित करता है कि निर्माण कार्य बिना किसी बाधा के सुचारु रूप से चल सके।

4. सर्दियों में मंदिर की सुरक्षा

मंदिर के शीतकालीन बंद होने के दौरान भी ITBP की तैनाती की जाती है ताकि मंदिर परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह तैनाती मंदिर की संपत्ति और धार्मिक महत्व की वस्तुओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।

5. प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा

केदारनाथ क्षेत्र में भारी बर्फबारी और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय किए गए हैं। सुरक्षा बलों की तैनाती से आपातकालीन स्थितियों में तीव्र प्रतिक्रिया संभव होती है।

इन सभी कारणों से, केदारनाथ धाम में पैरामिलिट्री बलों की तैनाती तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और मंदिर परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक आवश्यक कदम है।

Source : –livehindustan