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gaurikund to kedarnath trek distance 2025

Gaurikund To Kedarnath Trek Distance 2025

Gaurikund To Kedarnath Trek Distance 2025

आज हम बात करेंगे गौरीकुंड से केदारनाथ ट्रेक मार्ग और उनके प्रमुख पड़ाव और दूरी के बारे में (Gaurikund To Kedarnath Trek Distance 2025) | उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित गौरीकुंड से केदारनाथ तक का 21 किलोमीटर लंबा ट्रेक हर साल हजारों भक्तों द्वारा पार किया जाता है। यह यात्रा कठिन लेकिन आध्यात्मिक रूप से बेहद खास मानी जाती है। इस मार्ग में कई विश्राम स्थल और आश्रय स्थल हैं, जहाँ यात्री आराम कर सकते हैं। आइए इस ट्रेक के प्रमुख पड़ावों और उनकी दूरी को विस्तार से जानते हैं।


गौरीकुंड से केदारनाथ ट्रेक मार्ग और प्रमुख पड़ाव
1. गौरीकुंड (0 कि.मी.)

गौरीकुंड (ऊँचाई: 1,982 मीटर) से यात्रा शुरू होती है। यहाँ माँ गौरी मंदिर स्थित है, जहाँ भक्त यात्रा से पहले दर्शन करते हैं। यह स्थान गर्म पानी के कुंड के लिए भी प्रसिद्ध है।

Gaurikund To Kedarnath Trek Distance 2025
Gaurikund To Kedarnath Trek Distance 2025
2. जंगल चट्टी (4 कि.मी.)

गौरीकुंड से 4 कि.मी. की दूरी पर जंगल चट्टी आता है। यह एक घने जंगल से घिरा विश्राम स्थल है, जहाँ यात्री कुछ समय रुककर विश्राम कर सकते हैं।

3. भीमबली (6 कि.मी.)

जंगल चट्टी से 3 कि.मी. आगे बढ़ने पर भीमबली आता है। यहाँ खाने-पीने की दुकानें और विश्राम के लिए सुविधाएँ उपलब्ध हैं।

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4. छोटा लिंचोली (9 कि.मी.)

भीमबली से 3 कि.मी. की चढ़ाई के बाद यात्री छोटा लिंचोली पहुँचते हैं। यहाँ पर ट्रेकर्स को हल्की ठंड महसूस होने लगती है।

5. लिंचोली (11 कि.मी.)

छोटा लिंचोली से 2 कि.मी. आगे बढ़ने पर लिंचोली आता है, जहाँ रहने और खाने की उचित व्यवस्था मिलती है। यह स्थान यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण विश्राम स्थल है।

6. छानी कैंप (14 कि.मी.)

लिंचोली से 3 कि.मी. आगे बढ़कर छानी कैंप आता है। यह ऊँचाई पर स्थित एक छोटा विश्राम स्थल है, जहाँ से बर्फीले पहाड़ों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है।

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7. रुद्र पॉइंट (17 कि.मी.)

छानी कैंप से 3 कि.मी. की दूरी पर स्थित रुद्र पॉइंट एक महत्वपूर्ण स्थान है। यहाँ से यात्री केदारनाथ मंदिर के और करीब पहुँच जाते हैं।

8. बेस कैंप (20 कि.मी.)

रुद्र पॉइंट से 3कि.मी. आगे बढ़ने पर बेस कैंप आता है, जहाँ यात्रा करने वाले लोग रात में रुक सकते हैं। यहाँ टेंट और लॉज की सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं।

9. केदारनाथ मंदिर (21 कि.मी.)

अंत में, बेस कैंप से 1 कि.मी. की अंतिम चढ़ाई के बाद श्रद्धालु केदारनाथ मंदिर (ऊँचाई: 3,583 मीटर) पहुँचते हैं। यहाँ बाबा केदारनाथ के दिव्य दर्शन प्राप्त कर यात्रा का मुख्य उद्देश्य पूरा होता है।

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यात्रा से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

✔️ ट्रेकिंग के दौरान ऊँचाई बढ़ने से ठंड महसूस होने लगती है, इसलिए गर्म कपड़े साथ रखें।
✔️ बारिश से बचने के लिए रेनकोट या छाता जरूर रखें।
✔️ ऊँचाई पर ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, इसलिए धीमी गति से चलें और खुद को हाइड्रेटेड रखें।
✔️ घोड़े, पालकी और कंडी की सेवा भी उपलब्ध है, जिनका उपयोग यात्री अपनी सहूलियत के अनुसार कर सकते हैं।

केदारनाथ की यात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक और अद्भुत अनुभव होती है। यह ट्रेक न केवल भगवान शिव की भक्ति में लीन होने का अवसर देता है, बल्कि प्रकृति की सुंदरता को भी नजदीक से देखने का अवसर प्रदान करता है।

🚩 हर हर महादेव! 🚩 जय बाबा केदार!

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